भू वैकुंठ पंढरपुर यात्रा 2024
पंढरपुर, महाराष्ट्र
3-8 दिसंबर, 2024
8000 रुपये (छात्र)
12000 रुपये (स्टैंडर्ड)
18000 रुपये (ट्विन रूम आवास)
शुल्क (GST सहित)
केवल भारतीय नागरिक या जो आधिकारिक रूप से भारत में रह रहे हैं, वही पंजीकरण कर सकते हैं।
वैकुंठ के रूप में विख्यात पंढरपुर के पवित्र और दिव्य स्थलों की यात्रा में हमारे साथ शामिल हों।
परमहंस विश्वानंद जी बताते हैं कि जिस प्रकार श्रीकृष्ण ने वृंदावन में लीला की थी, उसी प्रकार की लीला 12वीं शताब्दी में महाराष्ट्र के संतों के साथ पंढरपुर में भी संपन्न हुई थी।
भगवान विट्ठल का यह पवित्र धाम अद्वितीय है, क्योंकि यहाँ हर भक्त को भगवान के चरण स्पर्श करने का दुर्लभ अवसर प्राप्त होता है। इस पावन भूमि पर अनगिनत चमत्कार घटित हुए हैं, और यहां कई संतों ने अपने सांसारिक कर्तव्यों को निभाते हुए भी मन, वचन और कर्म से भगवान पांडुरंग की आराधना की। उन स्थलों की यात्रा करना, जहां इन संतों ने भगवान की महिमा का गान किया और अंत में समाधि ली, एक अत्यंत गहन और भावनात्मक अनुभव प्रदान करता है।